मुकेश कुमार वैष्णव सायला। कुल्हड़ में चाय पीने का, एक नायाब फायदा ये भी है। इसी बहाने चूम लेते हैं, देश की मिट्टी जाने-अनजाने। किसी शायर की इन पंक्तियों में एक गहरा भाव छीपा हुआ है। मिट्टी के पात्र कुल्हड में आपने कभी ना कभी चाय जरूर पी होगी। कुल्हड में चाय पीने का एक […]