– हर साल बुद्ध पूर्णिमा में रात को धवल चांदनी में जिले की चार रेंज में होती है वन्य जीव गणना, इस बार कोरोना संकट के बीच अटका मामला
जालोर. वन्य क्षेत्रों के हालातों और यहां वन्य जीवों की वास्तविक संख्या के आंकलन के लिए राज्य में वन विभाग की ओर से हर साल वन्य जीव गणना होती है, लेकिन इस बार कोरोना संकट के बीच पहली बार इसे स्थगित किया गया है। संभवत: ऐसा पहला मौका है जब वन्य जीव गणना को रोकना पड़ा है। जबकि हर साल बुद्ध पूर्णिमा में रात के समय में ही वन्य जीव गणना का आयोजन होता है। यह गणना वोटर हॉल पद्धति पर होती है। जिसमें पेयजल स्रोतों तक रात की चांदनी में पानी पीने के लिए पहुंचने वाले वन्य जीवों के आधार पर वन्य जीवों का अनुपात निकाला जाता है। जिले में इस बार ऐसा नहीं हो रहा है और जून माह में 5 तारीख को ही वन्य जीव गणना होगी।
इन चार रेंज में होती है
विभागीय जानकारी के अनुसार हर साल जालोर जिले के वन विभाग के अंतर्गत जालोर, जसवंतपुरा, भीनमाल और रानीवाड़ा रेंज में वन्य जीव गणना होती है। इन सभी रेंज में सबसे महत्वपूर्ण रेंज जालोर जिले की जसवंतपुरा रेंज को माना जाता है, क्योंकि यहां पर भालू अभयारण्य है। पिछले साल तक भालुओं का कुनबा 55 के लगभग आंका गया था, लेकिन इस साल जिले भर में वन्य जीवों की गणना के लिए अभी और इंतजार करना होगा।
विभाग खुद मान रहा शायद पहला मौका
एसीएफ अमित चौहान का कहना है कि मुख्यालय से प्राप्त आदेश के अनुसार ही वन्य जीव गणना अभी नहीं हो रही है। आदेश में हालांकि आगामी तारीख 5 जून तय की गई है, लेकिन यह सबकुछ आगामी हालातों पर ही निर्भर करेगा। दूसरी तरफ विभाग के कार्मिकों का यह भी कहना है कि संभवत: यह पहला मौका होगा जब बुद्ध पूर्णिमा पर वन्य जीव गणना का अ नहीं हो रहा है।
इनका कहना
इस बार बुद्ध पूर्णिमा पर वन्य जीव गणना का आायेजन नहीं किया गया है। मुख्यालय के निर्देशों के अनुसार 5 जून को इस बार गणना होनी है।
– मंगलसिंह, डीएफओ, जालोर
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