– रानीवाड़ा खुर्द का मामला
रानीवाड़ा. रानीवाड़ा क्षेत्र में कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद टीमें सर्वे और सेनेटाइजेश कार्य में लगी हुई है। लेकिन इस कार्य के बीच उन्हें लोगों के अभद्र व्यवहार का सामना भी करना पड़ रहा है। रानीवाड़ा खुर्द में पॉजिटिव मिलने के बाद कोरोना सर्वे की टीम से मारपीट पर कार्मिकों ने कलक्टर को ज्ञापन भेजकर मामले में उचित कार्रवाई की मांग की है। ज्ञापन में आरोप लगाया है कि रानीवाड़ा खुर्द में पीईईओ रानीवाड़ा के कोविड-19 में लगे कार्मिकों के साथ भाणाराम बोहरा, उसका पिता मारपीट की धमकी देते है और अपशब्द भी बोल रहे हैं। ज्ञापन में बताया गया है कि 7 मई को फील्ड सर्वे में गए सुपरवाइजर रमेश कुमार, पोपटलाल चौहान, आशा रानी व आशा सहयोगिनी शीला देवी जब शाम को बाहर से पहुंचे प्रवासियों को श्रीमालियों के वास में होम क्वॉरंटीन करने गए तो भाणाराम बोहरा, उसके पुत्र हितेष व तीन अन्य लोग टीम के सदस्यों से अभद्र व्यवहार करने लगे, मोबाइल छीन लिया व उनके पास मौजूद दस्तावेज छीनने की कोशिश की। मामले में कार्मिकों ने इन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करवाने की मांग करते हुए इन्हें पाबंद करने की मांग की है।
शिक्षक संघ ने भी सौंपा ज्ञापन
मामले में कोरोना संकट के बीच सेवा कार्य में लगे शिक्षकों से अभद्र व्यवहार करने पर शिक्षक संघ प्रगतिशील ने उपशाखा अध्यक्ष किशनाराम खीचड़ के नेतृत्व में ज्ञापन भेजा है। ज्ञापन में बताया गया है कि क्षेत्र में कोरोना संकट से जूझ रहे लोगों से अभद्र व्यवहार किया जा रहा है। साथ ही घौंस दिखाने के चलते कई लोग क्वॉरंटीन भी नहीं हुए हैं, जो बाहर से आए हैं। मामले में उचित कार्रवाई की मांग की गई है।
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