जालोर शहर में पिछले सप्ताहभर से लोगों को कर रहे थे नर और मादा बंदर
जालोर. इंसानी हस्तक्षेप वन्य जीवों की दिनचर्या को न केवल बदल सकता है, बल्कि स्वयं मानव के लिए भी खतरा बन सकता है। जैसा कि जालोर शहर में हो रहा है। जालोर शहर में पिछले कई दिनों से बंदरों के हमले के मामले में चौंकाने वाली जानकारी सामने आ रही है।
हालांकि इस मामले में शुक्रवार को वन विभाग की टीम ने एक को पकडऩे में सफलता हासिल की और उसे पकडऩे के बाद अन्य स्थान पर छोड़ दिया गया है। वन विभाग के अनुसार पहले स्तर पर बंदरों के क्षेत्र में अनुचित हस्तक्षेप को इस घटनाक्रम का कारण माना जा रहा है।
भागीय जानकारी के अनुसार यह जानकारी सामने आ रही है कि बंदरों के एक छोटे बच्चे को शहरी क्षेत्र में कोई युवक पकड़ लाया था। जिसके बाद नर और मादा बंदर शहरवासियों को आतंकित कर रहे हैं। इस संबंध में भी जानकारी जुटाई जा रही है। इधर, शहर में लोगों को बंदरों द्वारा काटने का सिलसिला गुरुवार और शुक्रवार को भी जारी रहा। इधर टीम के पहुंचने के बाद एक बंदर के बैठे होने की सूचना पर उसे ट्रेगुलाइजर गन से बेहोश कर पिंजरे में डाला गया और उसके बाद उसे बाहरी क्षेत्र में छोड़ दिया गया है।
मानवीय हस्तक्षेप घातक
वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अक्सर वन्य जीवों की दिनचर्या में मानवीय अनुचित हस्तक्षेप इस तरह के घटनाक्रमों का कारण बनता है। यह देखने में आया है कि वन्य जीवों को बिस्किट, रोटी, खाना समेत अन्य खाद्य पदार्थ लोगों द्वारा दिए जाते हैं, जो नियम विरुद्ध है। वहीं वन्य जीवों की जीवन शैली में बदलाव लाने के साथ उन्हें उन्मादी तक बदा देता है। लोगों द्वारा परेशान करने पर अक्सर शांत रहने वाले वन्य जीव लोगों को घायल तक कर देते हैं, जैसा कि नर और मादा बंदरों द्वारा पिछले सात दिनों से किया जा रहा है।
10 Replies to “जालोर में उत्पाती बंदर आखिर पकड़ा गया…”