– सायला पंचायत समिति का मामला ठेकेदारी में मनमर्जी हावी
सायला. सायला पंचायत समिति के अंतर्गत होने वाले कार्यों में नियम कायदे नहीं, बल्कि अधिकारियों की मनमानी और ठेकेदारों से सांठ गाठ का असर नजर आ रहा है। यहां पंचायत समिति के अंतर्गत होने वाले कार्यो में नियम कायदों को धत्ता बताकर चहेते ठेकेदार को लाभ दिया जा रहा है। पंचायत समिति के अंतर्गत वर्ष 2019-20 में सामग्री आपूर्ति के लिए जारी टैंडर प्रक्रिया में कुछ खास ठेकेदारों पर अधिकारी द्वारा मनमर्जी से फायदा पहुंचाने का प्रयास किया गया है। सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी में यह खुलासा हुआ है। बड़े स्तर पर की गई अनियमिता में ठेकेदार से धरोहर राशि जमा नहीं करवाई गई।
इस तरह की अनियमिता, जांच जरुरी
इस संबंध में दलपतसिंह तूरा ने सूचना के अधिकार के तहत जानकारी ली। जिसमें सामने आया कि सायला पंचायत समिति के अंतर्गत वर्ष 2019-20 में सामग्री आपूर्ति के लिए टैंडर हुए थे। यह कार्य 50 लाख रुपए के थे। इन कार्यों के लिए 10 प्रतिशत से अधिक दर पर अंतर राशि 3 लाख 35 हजार रुपए रुपए जमा करवाई जानी थी। चूंकि इस कार्य के लिए बीएसआर दर से 16.70 प्रतिशत कम थी ऐसे में धरोहर के रूप में जमा करवाई जाने वाली राशि 5 लाख 85 हजार रुपए थे। लेकिन मामले में खास बात यह रही कि संबंधित फर्म शौकत खां सरदार खां द्वारा मात्र 25 हजार रुपए ही जमा करवाए गए। सीधे तौर पर यह बड़ी लापरवाही बरती गई। लेकिन इन हालातों के बाद भी विभागीय स्तर पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई। साथ ही धरोहर राशि भी वसूली नहीं गई। इस मामले मे प्रशासनिक स्तर पर लापरवाही और सांठ गांठ की बू आ रही है। मामले में जांच के साथ साथ यहां होने वाले कार्यों में इस तरह से जो भी कार्य हुए हैं और धरोहर राशि नियमानुसार वसूल नहीं की गई है। उसमें संबंधित अधिकारी के खिलाफ भी कार्रवाई की आवश्यकता है।
सवाल आखिर क्यों सो रहे अधिकारी
इसी फर्म का इस कार्य के लिए टेंडर भी खुला था। लेकिन उसके बाद धरोहर राशि जमा ही नहीं हुई। केवल 25 हजार रुपए जमा करवाने के साथ इतिश्री कर ली गई। लेकिन अधिकारियों ने मामले में नोटिस जारी कर मौन धारण कर लिया है। जबकि ये हालात यह बड़े स्तर पर गड़बड़ी के संकेत दे रहे हैं।
इनका कहना –
ठेकेदार को धरोहर राशि जमा करवाने के लिए नोटिस दे दिया है।
– आवड़दान चारण, विकास अधिकारी, सायला
करीब पांच माह पूर्व सायला पंचायत समिति मे टैण्डर हुए थे। मैंने भी उसमे अपनी कॉपी डाली थी। वो टैण्डर कम दर मे गया था। उसमे यदि ठेकेदार ने धरोहर राशि जमा नही करवाई है तो गलत है। विभाग को ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
– मोहनराम चौधरी, ठेकेदार, चौंचवा
9 Replies to “#SAYLA सायला पंचायत में अब यहां घोटाले की बू आ रही…जानिये”