कांति सुथार/तिलोडा
उपखण्ड क्षेत्र के तिलोडा गांव में मनोरिया तालाब के पास हेलीपैड के समीप स्थित रानी भटियाणी माता मंदिर लघु जसोल के रूप में विकसित हो रहा है। गांव के कोलाहल से दूर शांत वातावरण में स्थित इस मंदिर परिसर को लघु जसोल के रूप में विकसित किया जा रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्य बस स्टैंड से पूर्व दिशा की ओर सुराणा अंदरूनी मार्ग पर मनोरिया तालाब के पास हेलीपैड के समीप स्थित इस मंदिर परिसर में राणी भटियाणी माता तथा सवाईसिंह राठौड़ का संगमरमर पत्थर से निर्मित शिखरबद्ध मंदिर अवस्थित है। इस मंदिर परिसर में ही बायोसा माता का मंदिर स्थित है।
साथ ही मंदिर परिसर में आकर्षक चबूतरे का निर्माण कार्य भी चल रहा है। मंदिर का भव्य प्रवेश द्वार निर्माणाधीन है। चहुंओर चारदीवारी निर्माण कार्य भी चल रहा है। तिलोड़ा का रानी भटियाणी माता मंदिर क्षेत्र में लघु जसोल के रूप में विख्यात है। प्रत्येक माह की शुक्ल पक्षीय द्वितीया एवं त्रयोदशी तिथि को आस-पास के बीसियों गांवों से सैकड़ों श्रद्धालुओं का मेला लगता है।
श्रद्धालु मंदिर की प्रदक्षिणा कर आस्था के सैलाब में डूबकी लगाते हैं। श्रद्धालुओं को धूप, शीत एवं वर्षा से सुरक्षा प्रदान करने के लिए मंदिर परिसर में ही विशाल विश्रांतिगृह भी बना हुआ है। जिसमें दूधिया रोशनी एवं पंखों की माकूल व्यवस्था है। स्वच्छ एवं शीतल पेयजल की समुचित व्यवस्था है। बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मंदिर परिसर में ही सात्विक भोजन की निःशुल्क व्यवस्था है।
साथ ही प्रतिदिन सुबह-शाम की आरती के समय आने वाले बच्चों को सेब और बुंदी का प्रसाद के रूप में वितरण हो रहा है। गांव के छत्तीस कौम के लोगों के सहयोग से मंदिर की देखरेख शाह डूंगर समूह तिलोड़ा, हैदराबाद, मदुरै की ओर से की जा रही है।
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