देवीसिंह राठौड़, तिलोड़ा जालोर जिले की अधिसंख्य आबादी कृषि कार्यों पर निर्भर है। किसानों का मुख्य सहायक धंधा पशुपालन है । जिले में पशु चिकित्सा व्यवस्था मामूल पर नहीं है। पन्द्रह-बीस किलोमीटर की परिधि में पशु चिकित्सा के लिए पशु स्वास्थ्य केंद्र नहीं हैं। जहां है भी, तो या तो नफऱी की कमी का दंश […]