जालोर. पिछले साल पश्चिमी राजस्थान में टिड्डी दल ने व्यापक नुकसान पहुंचाया था और इस साल भी ऐसी संभावना बनी हुई है। इन संभावनाओं के बीच संभावित हालातों से निपटने को कलक्टर ने विशेष निर्देश जारी किए है।
जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने जिले में टिड्डी दल के आने की संभावनाओं को देखते हुए समस्त उपखंड अधिकारियों को उनके क्षेत्र में टिड्डी दल के नियंत्रण हेतु दल गठित करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने इस संबंध में एक टीम में लगभग 5-6 अधिकारियों या कार्मिकों को लगाकर ग्रामीण क्षेत्र में सतर्क रहने को कहा है।
उन्होंने काश्तकारों का सहयोग करने, टिड्डी जहां अंडे दे उस क्षेत्र में नजर रखते हुए शुरूआत में ही कीटनाशक स्प्रे आदि संसाधनों से नष्ट करने के प्रयास करने को कहा है। उन्होंने कहा कि होपर्स को आसानी से नष्ट किया जा सकता है।
जिला कलक्टर ने इस संबंध में कृषि विभाग के अधिकारियों से कहा है कि वे सूचना मिलने से पूर्व ही टिड्डी दल किस क्षेत्र में कहां से आने की संभावना है, इस स्थिति पर विवेकानुसार कार्य करते हुए उन्हें नष्ट करने के लिए विभागीय संसाधनों को हमेशा तैयार रखें।
उपखंड अधिकारी भीनमाल अवधेश मीणा ने एक आदेश जारी कर टिड्डी नियंत्रण टीम का गठन किया है। इस टीम में संबंधित तहसीलदार, विकास अधिकारी, अधिशाषी अभियन्ता जन स्वासथ्य अभियांत्रिकी विभाग एवं जोधपुर विद्युत वितरण निगम तथा सहायक निदेशक कृषि विस्तार भीनमाल को जिम्मेदारी दी गई है।
12 Replies to “टिड्डी के खतरे के बीच शुरुआती स्तर पर ही उसे नष्ट करने को प्रशासन ने कसी कमर”