जेताराम परिहार
जालोर। नागौर जिले के गोगेलाव निवासी व भीनमाल जालोर में तत्कालीन आयुक्त रहे शिकेश कांकरिया की दस्तावेज जलाने में गिरफ्तारी के बाद इस मामले में नया मोड़ आ गया है। शिकेश कांकरिया की मां की मौत सोमवार को जोधपुर के अस्पताल में इलाज के दौरान हो गई। अब शिकेश के परिवार के लोगों का आरोप है कि कांग्रेसी नेता की शह पर जालोर के प्रशासन ने पूरा षड़यंत्र रचा। इसके बाद शिकेश की मां सदमे में चली गई और मौत हो गई। परिजन शव लेकर जालोर कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर रहे हैं।
जालोर नगरपरिषद की भूमि शाखा में गत 20 जनवरी की रात महत्वपूर्ण दस्तावेज जलाने के मामले में पकड़े गए जालोर के तत्कालीन आयुक्त शिकेश कांकरिया की माता कुसुम देवी (55) का सोमवार रात जोधपुर के एक निजी अस्पताल में उपचार के दौरान निधन हो गया। इसके बाद कांकरिया की पत्नी, पिता और भाई समेत परिजन उनका शव लेकर मंगलवार सुबह कलक्ट्रेट के समक्ष धरने पर बैठे। परिजनों ने इस दौरान एसपी हिम्मत अभिलाष टांक और शहर कोतवाल बाघसिंह पर आरोप लगाया कि कांकरिया की मां का निधन कांकरिया को झूठे आरोपों में फंसाने के कारण सदमे की वजह से हुआ। पुलिस अधिकारियों से गुहार लगाने के बावजूद उनकी मां को कांकरिया से मिलने तक नहीं दिया गया। ऐसे में सदमे के कारण उन्होंने सोमवार रात दम तोड़ दिया। परिजनों का कहना था कि नगरपरिषद में हुई आगजनी की घटना से कांकरिया का कोई लेना-देना तक नहीं था। इसके बावजूद पुलिस ने झूठे आरोप लगाकर कांकरिया को इस मामले में फंसाया है। परिजनों ने पुलिस अधिकारियों का निलंबन नहीं होने व कांकरिया को आरोपों से मुक्त नहीं करने तक धरना प्रदर्शन जारी रखने की चेतावनी दी है। धरना स्थल पर कांकरिया के परिजनों के अलावा भीनमाल से काफी संख्या में सफाईकर्मी भी पहुंचे।
शिकेश पर षड़यंत्र हुआ तो मां सदमे में आ गई
परिजनों ने बताया कि भीनमाल में अधिशासी अधिकारी के पद पर कार्यरत रहने के बाद जालोर नगरपरिषद की भूमि शाखा में आगजनी की घटना हुई थी। जबकि उस समय कांकरिया भीनमाल में थे। इसके बावजूद पुलिस ने जांच का बहाना बनाते हुए गलत तरीके से कांकरिया को गिरफ्तार किया था। ऐसे में उनकी गिरफ्तारी के बाद माता गहरे सदमे में चली गई। इसके बाद उन्हें जोधपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उनका उपचार चल रहा था।
कौन है वह कांग्रेसी नेता, जिस पर पर्दे के पीछे भूमिका के आरोप
शिकेश कांकरिया की मां की मौत के मामले में अब कांग्रेस के एक बड़े नेता पर आरोप लग रहे हैं। कांग्रेस का यह नेता जालोर की राजनीति में दबदबा रखता है तो वहीं राजस्थान कांग्रेस में भी उसकी अच्छी पकड़ बताई जा रही है। पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि शिकेश कांकरिया से बदला लेने के लिए इस कांग्रेसी नेता ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर शिकेश को फंसाने का षड़यंत्र रचा है। यह मामला सामने आने के बाद अब यह कांग्रेसी नेता भी मौन धारण कर बैठे हैं। हालांकि शिकेश से जुड़े लोगों का कहना है कि इस कांग्रेसी नेता के नाम का भी समय आने पर खुलासा किया जाएगा।
यह है पूरा मामला
जालोर: सरकारी दस्तावेज जलाने के मामले में गिरफ्तार अधिकारी व कर्मचारी।
गौरतलब है कि नगरपरिषद जालोर की भूमि शाखा में आगजनी की घटना के बाद मामले में दो आरोपी पकड़े गए। जिन्हें न्यायालय के आदेश पर दो बार पुलिस रिमाण्ड पर भेजा गया। रिमाण्ड अवधि पूरी होने पर 7 फरवरी को पुलिस ने इस मामले में चार जनों को गिरफ्तार किया था। जिनमें तत्कालीन जालोर नगरपरिषद आयुक्त कांकरिया, मौजूदा आयुक्त जगदीश खीचड़, भूमि शाखा के कनिष्ट सहायक विनय विश्नोई व कृषि भूमि शाखा के कनिष्ट सहायक के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था।
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